कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मौसम का मिजाज फिलहाल बदला-बदला नजर आ रहा है। अरब सागर में बना अवदाब (डिप्रेशन) अब कमजोर पड़ चुका है, लेकिन इसका असर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। साथ ही बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ भी अब दिशा बदलते हुए असर दिखा रहा है। इसी वजह से राज्य के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में शनिवार तक बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और कई स्थानों पर छिटपुट बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 72 घंटों में कानपुर में 26 मिमी बारिश दर्ज की गई है। झांसी में तो शुक्रवार सुबह तक 50 मिमी तक बारिश हुई, जो पिछले 54 वर्षों में अक्टूबर के इन दिनों में सबसे ज्यादा है। यह बारिश अरब सागर के कम दबाव क्षेत्र और ‘मोंथा’ दोनों के संयुक्त प्रभाव से हुई है। दिन में भी फुहारें पड़ती रहीं और बीच-बीच में सूरज की झलक भी देखने को मिली। मौसम विभाग ने बताया कि मोंथा का असर अगले 48 घंटे तक जारी रह सकता है, जिससे यूपी के दक्षिणी जिलों में छिटपुट वर्षा की संभावना है।
वहीं तीन नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना जताई गई है। इसके प्रभाव से पश्चिमी यूपी, दिल्ली और पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इससे मैदानों में सर्दी का अहसास बढ़ेगा। उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। पहली नवंबर यानी आज से सुबह और रात में हल्का कोहरा बनने के आसार हैं, जबकि दिन में हल्के बादल रहेंगे।
चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, पांच नवंबर तक हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। दिन का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। फिलहाल मौसम सामान्य रहेगा, हालांकि धीरे-धीरे सर्दी दस्तक देने लगी है।